दिल्ली अध्यापक परिषद का तीन दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग
नई दिल्ली। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने कहा कि एक कार्यकर्ता को सब कुछ आना चाहिए। संगठन का निर्माण विशेष परिस्थिति और खास उद्देश्यों को लेकर हुआ है। इसका मार्ग तय है, लक्ष्य तय है। हम सभी को लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करना है।
राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर दिल्ली 4 जून 2021 को दिल्ली अध्यापक परिषद की ओर से आयोजित तीन दिवसीय कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के पहले सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने “कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग का महत्व” विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता का अर्थ है संगठन का कार्य करने वाला। इनका हर वर्ष अभ्यास वर्ग इसलिए होता है कि बार-बार चर्चा करने से बात मन में बैठ जाती है। अभ्यास वर्ग में सामुहिक जीवन जीना,परिवार की तरह रहना, व्यक्तिगत सुविधाओं को त्याग कर समाज और देश के बारे में चिन्तन करना सीखते हैं।अपने दायित्व से सम्बंधित कार्यों को सीखते हैं। जिज्ञासाओं को शांत करते हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे सिर्फ “कार्यक्रम कर्ता” न बनें बल्कि कार्यकर्ता बने,नियमित और नैमित्य कार्य मे लगें।”मैं” को त्याग कर “हम” की बात करें।संगठन की एक पद्धति है उसका पालन करें। जैसे एक बीज समाप्त होकर एक वृक्ष बनता है और दूसरों को फल और छाया देता है वैसे ही कार्यकर्ताओं को अपने को खपाकर संगठन और समाज हित में कार्य करना चाहिए।
दिल्ली अध्यापक परिषद के कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग की शुरुआत जयभगवान गोयल ,संरक्षक दिल्ली अध्यापक परिषद तथा मोहनलाल समन्वय व समाजसेवी की उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलन तथा कुशेन्द्र सिसोदिया द्वारा सरस्वती वन्दना से हुई।
अध्यापक परिषद के प्रदेश अध्यक्ष वेद प्रकाश ने परिषद के गठन,संरचना,उद्देश्य तथा कार्यपद्धति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि परिषद हमेशा से राष्ट्र हित छात्र हित व शिक्षक हित मे कार्य करती रही है।अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बारे में बताते हुए माननीय जगदीश कौशिक ने कहा कि देश हमें सब कुछ देता है।अतः देश के लिए हम भी कुछ करें, ऐसी सोच के साथ शैक्षिक महासंघ का गठन किया गया है, जो पूरे भारत के सभी राज्यों मे KG से PG तक की शिक्षा व्यवस्था मे कार्यरत है।
शब्द – सम्पर्क, संवाद, सम्बन्ध पर कार्य करना चाहिए
अभ्यास वर्ग के दूसरे सत्र में “कोरोना काल में कार्यकर्ता की भूमिका” विषय पर डॉ अशोक त्यागी,उपनिदेशक शिक्षा,जोन 23, ने कहा कि मानवता खतरे में है। अतः सभी कार्यकर्ताओं को तीन शब्द – सम्पर्क, संवाद, सम्बन्ध पर कार्य करना चाहिए। पीड़ित परिवारों से सम्पर्क करना, उनसे संवाद करना, सम्बन्ध बनाना बहुत जरुरी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली अध्यापक परिषद जैसे संगठन के कार्यकर्ता होने के नाते आपका काम बढ़ जाता है।आप राष्ट्र और समाज की चिंता करनेवाले संगठन से जुड़े हैं।उन्होंने पीड़ित परिवार से बात करने, उनकी जरूरतों को समझने, उनकी काउंसिल करने, बुजुर्गों से बात करने, स्थानीय स्तर पर मिलकर परेशान परिवार की
खोजबीन करने, उन तक सरकारी सुविधाएं पहुंचाने में सहयोग करने का कार्यकर्ताओं से आह्वान भी किया। विशेषकर अनाथ बच्चों की हर प्रकार से मदद करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को PAC के जवानों की तरह हर प्रकार की ड्यूटी करनी पड़ रही है। लेकिन दूसरे रूप में देखें तो आप सभी देश की सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि “पाश्चात्य सभ्यता दुनिया को बाजार और व्यक्ति को खरीदार मानती है”।लेकिन भारत दुनिया को एक परिवार मानता है,जहां हर एक को सम्मान पूर्वक जीने का अधिकार है। पहले दिन के अभ्यास वर्ग का समापन कल्याण मंत्र के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र गोयल,महामंत्री, दिल्ली अध्यापक परिषद ने किया।