शिक्षा दान और तपस्या है, व्यवसाय नहीं: श्री श्री महास्वामी
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ का 8वां राष्ट्रीय अधिवेशन बेंगलुरु/चन्नेनहल्ली। शिक्षा दान है और जीवन का प्रकाश है, शिक्षा तपस्या है मगर व्यवसाय नहीं है। शिक्षा नि:स्वार्थ होनी चाहिए, शिक्षा वह नहीं है, जो कहा जाता है बल्कि जो किया जाता है। उक्त विचार बेलिमथा, बेंगलुरु
0 Comments