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शिक्षकों को समाज से भ्रष्टाचार, व्यभिचार, अनाचार को समाप्त करना होगा

दिल्ली। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर दिल्ली अध्यापक परिषद द्वारा कर्तव्य बोध दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भगवान दास मिड्डा रहे। अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि, उन्हें खुशी है कि कोई ऐसा भी संगठन है जो राष्ट्र हित, छात्र हित और शिक्षक हित में काम करता है। इसके साथ जो शैक्षिक वातावरण के निर्माण हेतु कार्यरत है। उन्होंने कहा कि देश सर्वोच्च शिखर प्राप्त कर सके इसके लिए शिक्षा विभाग और शिक्षकों का साथ मिलकर काम करना अति आवश्यक है।

इसके पश्चात्त, अथिति और विद्यालय निरीक्षक संजय कुमार ने शिक्षकों से अनुरोध किया की वे स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर राष्ट्रहित में कार्य करें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समाज से भ्रष्टाचार, व्यभिचार, अनाचार आदि को समाप्त करने के लिए पहले स्वयं संकल्प लेना चाहिए।

बता दें, कार्यक्रम की अध्यक्षता सोनू कुमार (संयोजक, (अनुबंधित अध्यापक विंग, दिल्ली अध्यापक परिषद निगम निकाय) ने किया। जबकि मंच संचालन श्रीमती मोनिका शर्मा ने किया। संगठन की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि परिषद एक राष्ट्रवादी सोच वाला संगठन है जो राष्ट्रीय स्तर पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से संबंधित।

ध्यान देने योग्य बात यह भी है की, इस अवसर पर उपस्थित सभी सरस्वती साधकों ने खड़े होकर वीणापाणिनी को आराध्य मानकर राष्ट्र को पुनः विश्व गुरु स्तर तक पहुंचाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में कपिल गोयल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विद्यालय प्रधानाचार्य प्रीती जैन, गौरव गोगो, अनीता दलाल, राजेश शर्मा, मनीष जयंत, नितिन पांचाल, रविंद्र कुमार, श्रवण कुमार, प्रीति चौधरी, अरविन्द नेहरा, सुनील कुमार, शिवराम यादव, सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।

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